मुख्यमंत्री मान ने कार्यबल से कहा, पंजाब को गैंगस्टर से मुक्त करें

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चंडीगढ़ (भाषा)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नवगठित गैंगस्टर रोधी कार्यबल (एजीटीएफ) से शुक्रवार को कहा कि लोगों का कानून और व्यवस्था पर विश्वास बहाल करने के लिए राज्य से गैंगस्टर को निकाल फेंकें।

 

 

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यहां जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक नवगठित एजीटीएफ टीम की यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मान ने दोहराया कि उनकी सरकार राज्य से गिरोहवाद का सफाया करने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाब जैसे शांतिपूर्ण राज्य पर यह धब्बा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एजीटीएफ को जरूरत के हिसाब के मानवबल, उन्नत प्रौद्योगिकी, वाहन और उचित कोष से सशक्त किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने कुछ दिन पहले ही राज्य से संचालित गैंगस्टर के नेटवर्क को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से कार्यबल का गठन किया है। आधिकारिक बयान में मुख्यमंत्री को उद्धृत करते हुए कहा कि पंजाब के तीन करोड़ लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है और ‘‘वह इसे पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’’ मान ने एजीटीएफ को राज्य के 361 पुलिस थानों के अलावा मोहाली, अमृतसर और फजलिका के राज्य विशेष परिचालन प्रकोष्ठ (एसएसओसी) की सेवाओं का उपयोग करने के लिए अधिकृत किया है।

पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में जुलूस

बलिया (उत्तर प्रदेश)(भाषा)। बलिया में तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को बलिया संयुक्‍त पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले पत्रकारों ने टाउनहाल से थाली और ताली बजाते हुए जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया। विभिन्न राजनीतिक दलों, व्यापारी संगठनों और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने पत्रकारों के आंदोलन का समर्थन किया। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित इंटर परीक्षा के अंग्रेजी विषय का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में तीन पत्रकारों अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता की गिरफ्तारी के विरोध में बलिया संयुक्त पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को संयुक्त पत्रकार संघर्ष समिति के आह्वान पर पत्रकारों व अन्य लोगों ने टाउन हॉल से थाली और ताली बजाते हुए जुलूस निकाला। जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जुलूस कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा जहां प्रदर्शन किया गया।

भारत ने मिसाइल प्रणाली एसएफडीआर बूस्टर का सफल परीक्षण किया

बालासोर, (भाषा)। भारत ने शुक्रवार को ओडिशा के चांदीपुर अपतटीय क्षेत्र में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से ‘सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट’ (एसएफडीआर) बूस्टर मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि एसएफडीआर-आधारित प्रणोदन मिसाइल को सुपरसोनिक गति से काफी अधिक दूरी पर हवाई लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम बनाता है। इसने कहा कि परीक्षण के दौरान जटिल मिसाइल प्रणाली में शामिल सभी महत्वपूर्ण घटकों ने विश्वसनीय प्रदर्शन किया और मिशन के सभी उद्देश्य पूरे कर लिए गए। आईटीआर द्वारा तैनात टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली जैसे कई उपकरणों द्वारा जुटाए गए डेटा से प्रणाली के सटीक प्रदर्शन की पुष्टि हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एसएफडीआर के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी।

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में ट्रक चालक ने तीन प्रदर्शनकारियों को कुचला

जम्मू(भाषा)। जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले में शुक्रवार को पेयजल की आपूर्ति करने वाले पाइप की मरम्मत की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे तीन लोगों को एक ट्रक ने कुचल दिया। अधिकारियों ने बताया कि तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रक चालक एक तीखे मोड़ पर वाहन मोड़ने में नाकाम रहा और उसने कुछ लोगों को कुचल दिया, जो वहां चेनानी इलाके में अपने क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति करने वाले पाइप की मरम्मत कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उधमपुर की उपायुक्त इंदु चिब ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि तीन घायलों का इलाज चल रहा है लेकिन उनमें से एक की हालत गंभीर है।

कानून प्रवर्तन एजेंसियों को लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करने का निर्देश दें: ईजीआई

नयी दिल्ली(भाषा)। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (ईजीआई) ने मध्य प्रदेश और ओडिशा में पत्रकारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की घटनाओं को शुक्रवार को ‘‘अत्यंत व्यथित करने वाली’’ करार दिया और लोकतांत्रिक मूल्यों एवं प्रेस की स्वतंत्रता का सम्मान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ‘‘कड़े निर्देश’’ जारी करने का आग्रह किया। गिल्ड ने एक बयान में कहा कि राज्य की शक्तियों का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है और मंत्रालय दोनों घटनाओं का “तत्काल” संज्ञान ले।
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक कलाकार की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे स्थानीय पत्रकार कनिष्क तिवारी और कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और दो अप्रैल को हिरासत के दौरान उन्हें कथित तौर पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों की अंत:वस्त्रों में तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दो स्थानीय पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया।
इस संबंध में पुलिस ने दावा किया कि पत्रकार को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था क्योंकि वह भी इंद्रावती ड्रामा स्कूल के निदेशक नीरज कुंदर की गिरफ्तारी के खिलाफ कोतवाली पुलिस थाने के सामने “अनधिकृत तरीके से” किए गए विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।

गिल्ड ने कहा, “हालांकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिसकमिर्यों को निलंबित कर दिया है और इस भयावह मामले की जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन पत्रकारों पर बेरहमी से हमला करने और डराने-धमकाने की पुलिस और स्थानीय प्रशासन की यह बढ़ती प्रवृत्ति बेहद परेशान करने वाली है तथा इसकी जांच की जरूरत है।”

वहीं, ओडिशा में एक ओडिया टेलीविजन पत्रकार को एक थाने के भीतर कथित तौर पर पीटा गया और बाद में बेहोश होने पर अस्पताल के बिस्तर से उसका पैर बांध दिया गया, जिससे बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया था। इसके बाद पुलिस ने घटना की जांच डीएसपी-रैंक के अधिकारी से कराने का आदेश दिया था।
दलाई को चार अप्रैल को नीलगिरि बाजार में एक होमगार्ड के साथ मारपीट करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। पत्रकार ने आरोप से इनकार किया है और कहा है कि होमगार्ड के वाहन को उनकी मोटरसाइकिल से अनजाने में टक्कर लग गई थी। गिल्ड ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से “पत्रकारों और नागरिक समाज के सदस्यों के खिलाफ पुलिस की ज्यादतियों का तत्काल संज्ञान लेने और सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को लोकतांत्रिक मूल्यों एवं प्रेस की स्वतंत्रता का सम्मान करने के लिए सख्त निर्देश जारी करने का आग्रह किया।” संपादकों के निकाय ने इसके साथ ही यह भी कहा कि राज्य की शक्ति का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। ईजीआई ने कहा, “किसी भी स्वतंत्र रिपोर्टिंग को दबाने के प्रयास में पत्रकारों, स्ट्रिंगर और जिला पत्रकारों के साथ अक्सर अमानवीय व्यवहार किया जाता है, जो गंभीर चिंता का विषय है।”

VIASandhyadeep Team
SOURCESandhyadeep Team
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