श्रीगंगानगर में खुफिया एजेंसियों ने लगातार होने वाली तस्करी पर साधी चुप्पी
केन्द्र को एनसीबी कार्यालय स्थापित करने की अभी तक सिफारिश भी नहीं
श्रीगंगानगर। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार पुन: हेरोइन मादक पदार्थ की तस्करी का समाचार सामने आया है। यह खुलासा उस समय हुआ जब प्रात: करीबन 6 बजे नाकाबंदी के दौरान सीमा सुरक्षा बल ने रायसिंहनगर क्षेत्र में खाटां सीमा चौकी के निकट दो लोगों को दबोचा। वहीं खुफिया एजेंसियां लगातार हो रही तस्करी पर चुप्पी साधे हुए हैं। करीबन आधा दर्जन भारतीय एजेंसियां सीमा क्षेत्र में हैं किंतु इसके उपरांत भी तस्करों को यह आसान और सुलभ मार्ग नजर आ रहा है।
विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रात: 6 बजे एक स्विफ्ट कार सहित दो लोगों को बीएसएफ के अधिकारियों-कर्मचारियों ने नाकाबंदी के दौरान खाटां सीमा क्षेत्र में घेर लिया। उनसे सवाल-जवाब किये गये तो वह बार-बार अपने उत्तर को बदल रहे थे। इस पर संदेह के आधार पर बीएसएफ ने पूछताछ आरंभ कर दी तो खुलासा हुआ कि रात को फिर से ड्रोन के रास्ते सीमा पार से हेरोइन मादक पदार्थ की तस्करी हुई थी। यह मात्रा कितनी थी, इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आयी है।
दो लोगों के पकड़े जाने के बाद अन्य एजेंसियां भी सतर्क हो गयीं और दोनों से पूछताछ आरंभ कर दी गयी। जानकारी में सामने आया कि उनके तीन साथी जो पंजाब क्षेत्र के थे वे हेरोइन के साथ फरार होने में कामयाब हो गये हैं। एक सुरक्षा अधिकारी ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि पंजाब फरार हुए लोगों के बारे में जानकारी जुटा ली गयी है और उनको दबोचने के लिए भी कोशिश की जा रही है। इस पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जायेगा।
अभी तक एनसीबी का कार्यालय नहीं
सीमा क्षेत्र में लगातार देश विरोधी गतिविधियां हो रही हैं। नशे के माध्यम से भारतीय युवाओं को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है, इसके उपरांत भी अभी तक खुफिया एजेंसियों ने केन्द्र सरकार को श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर एनसीबी कार्यालय स्थापित करने के लिए कोई पत्र नहीं लिखा है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो स्थापित होने के उपरांत नशे के खिलाफ व्यापक कार्यवाही हो सकती है। एनसीबी के पास पूरे भारत में कार्यवाही करने का अधिकार है और उसका दायरा सीमित नहीं है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक इस संबंध में केन्द्र सरकार को नहीं लिखा है। दूसरी ओर जोधपुर जो करीबन 550 किमी दूर है, वहां से एनसीबी की टीम सूचना मिलने के उपरांत श्रीगंगानगर पहुंचती है।
रेरा में रजिस्ट्रेशन नहीं तो पट्टा नहीं बनेगा
भूखण्ड खरीदने वालों के लिए महत्वपूर्ण समाचार
रजिस्ट्रार ने जारी किया नया सर्कूलर, यूआईटी को चेताया
श्रीगंगानगर। रेरा में रजिस्ट्रेशन करवाये बिना ही कॉलोनी बसाकर उनको बेचने का गौरखधंधा करने वालों पर चाबुक चलाया गया है। इस चाबुक की आवाज नगर विकास न्यास में भी सुनाई दे रही है और भविष्य में ज्यादा जोर से चिल्लाती भी नजर आ सकती है।
राजस्थान रियल इस्टेट रेग्युलेटरी आर्थोरिटी (रेरा) के रजिस्ट्रार ने एक नये आदेश जारी करते हुए नगर विकास न्यास को चेताया है कि वह बार-बार नियमों का उल्लंघन कर रहा है और इससे वह खुद संकट में फंस सकता है। रेरा ने साफ शब्दों में कहा है कि वर्ष 2017 से पूर्व एक भी पट्टा बना है, उसको रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। नियामक ने नगर विकास न्यास को पूर्व में जारी सर्कूलर की तारीख, पत्र क्रमांक पुन: स्मरण करवाते हुए कहा है कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही को गंभीरता से लिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर ही अनेक ऐसी कॉलोनियां हैं, जिनका रेरा में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया है और उनके भूखण्डों को न केवल बेचा गया है बल्कि उनके पट्टे भी बनाये गये हैं। यह गौरखधंधा भी पिछले कुछ दिनों के दौरान ही हुआ है और इसमें वित्त शाखा के अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल हैं। भू रुपांतरण की कार्यवाही पूर्ण होते ही रेरा में रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य हो जाता है।
नियामक के सख्त आदेश हैं कि अगर कोई भी डवल्पर नियमों के विपरीत जाकर कॉलोनी को पंजीकरण करवाने से पूर्व ही उसके बेचान आदि के विज्ञापन, इश्तिहार आदि जारी करता है तो वह भी नियमों के खिलाफ है। न्यास को चेताया गया है कि वह विसंगतियों से बचें। शहर में अनेक ऐसी कॉलोनियां हैं, जिनका रेरा में पंजीकरण नहीं हुआ है किंतु पिछले सप्ताह तक उनके पट्टे जारी हो रहे थे। इनमें शहर के अनेक बड़े लोग शामिल हैं, जिनकी कॉलोनियों का पंजीकरण नियामक में नहीं हुआ है।
दूसरी ओर कैलाशपुरी नामक कृषि भूमि पर बसी कॉलोनी में कुछ लोगों के भूखण्डों पर न्यास ने जबरन कब्जा किया हुआ है और वहां पार्क का नक्शा पास कर दिया गया है जबकि इन भूखण्ड धारकों को न तो मुआवजा दिया गया और न ही इनकी जमीन मालिकों को नोटिस जारी किया गया। इस तरह से नगर विकास न्यास में चल रही तानशाही से लोग परेशान हैं। कुछ लोगों ने तो शनिवार को न्यास सचिव की अनुपस्थिति में अधिशाषी अभियंता का घेराव कर लिया। वे तुरंत पार्क निर्माण करवाने की मांग कर रहे थे।
गंगनहर में बुधवार को चलाया जा सकता है पानी
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर पानी की भारी किल्लत का असर मंगलवार को भी बना रहा। दूसरी ओर बुधवार को गंगनहर में पंजाब से पानी लिया जा सकता है। गंगनहर के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने बताया कि पंजाब के अधिकारियों से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया था, वह सफल नहीं हुआ। कल प्रात: पुन: सम्पर्क कर पंजाब से पानी चलाने का आग्रह किया जायेगा। वहीं प्रोजेक्ट चेयरमैन हरविन्द्र सिंह गिल का कहना है कि जो ठेकेदार हैं, उनको दो दिनों के भीतर कार्य पूर्ण करने के लिए कह दिया गया है।
फोटो गेहूं फसल की
बेमौसमी बरसात से खराब फसल को कम दरों पर खरीदेगा केन्द्र
नई दिल्ली। अरब सागर से उठे चक्रवात के कारण पिछले दिनों उत्तर भारत में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि हुई। इससे गेहूं और अन्य फसलों को नुकसान हुआ है। हालांकि केन्द्र सरकार ने फसल के खराब होने पर भी उसकी खरीद करने की सहमति दी है किंतु इसके लिए वह दामों में कटौती करेगी। इसका अर्थ यह होगा कि किसानों को कम दाम मिलेंगे और उन्हें एमएसपी से कम दर पर अपनी फसल को बेचना पड़ेगा।
उत्तर भारत के पंजाब राज्य में 18 लाख एकड़ में बेमौसमी बारिश के कारण फसलों को नुकसान होने की जानकारी सामने आयी थी। इस कारण मान सरकार लगातार केन्द्र सरकार से पत्र व्यवहार करते हुए आग्रह कर रही थी कि वह खराब फसल की भी खरीद करे और नियमों में शिथिलता प्रदान करे। केन्द्र सरकार ने सशर्त खराब फसल की खरीद मंजूरी दे दी है। जो जानकारी सामने आयी है, उसके अनुसार गेहूं में 6 फीसदी तक के नुकसान के लिए कोई वैल्यू कट नहीं लगाया गया है। लेकिन 6-8 फीसदी तक के सूखे और टूटे अनाज के लिए 5.31 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती की गई है। 8-10 फीसदी के सूखे और टूटे अनाज पर 10.62 रुपये, सूखे और टूटे अनाज के लिए 15-16 प्रतिशत के मूल्य में 26.66 रुपये, और 16-18 प्रतिशत के मूल्य में 31.87 रुपये प्रति क्विंटल के मूल्य में कटौती की गई है।
पायलट का आंदोलन जारी रखने के एलान के साथ पांच घंटे में अनशन समाप्त
जयपुर (चेतन ठेठार)। राजस्थान कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और विधायक सचिन पायलट का अपनी ही सरकार के खिलाफ मंगलवार को आरंभ किया गया अनशन पांच घंटे बाद समाप्त हो गया। शहीद स्मारक में पायलट के अनशन को समर्थन देने के लिए प्रदेश के अनेक जिलों से उनके समर्थक पहुंच थे।
रविवार को पत्रकार वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ पारदर्शी नीति नहीं अपनाई जा रही है। इस पर वे मंगलवार को अनशन करेंगे। उनके अनशन स्थल पर जो बैनर लगे थे, उसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के चित्र नहीं थे। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी ने मंगलवार को जयपुर आना था किंतु उन्होंने अपने कार्यक्रम को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया। वहीं शाम चार बजे पायलट के समर्थकों ने उन्हें मिठाई खिलाकर अनशन समाप्त करवा दिया। अनशन खत्म होने के बाद पायलट ने कहा, ‘मैंने सिर्फ करप्शन पर कार्रवाई के मकसद से अनशन रखा था। यदि बात संगठन की होती तो मैं संगठन से बात करता। साल भर से मैं मुख्यमंत्री से मांग कर रहा था।Ó उन्होंने कहा, ‘करप्शन के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी रही है तो कार्रवाई भी होनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि कार्रवाई जरूर होगी। करप्शन के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम चाहते हैं कि देश और प्रदेश में स्वच्छ राजनीति हो।Ó हालांकि उनके अनशन को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें 2030 तक राजस्थान को प्रदेश का नंबर एक राज्य बनाने का दावा किया था।
उदयपुर यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष क्रिकेट बुक्की करते गिरफ्तार, झुंझुनूं पुलिस की कार्यवाही
झुंझुनूं (सुरेन्द्र बांगड़वा)। पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के नेतृत्व में की गयी एक कार्यवाही में उदयपुर यूथ कांग्रेस का जिलाध्यक्ष भी गिरफ्तार हो गया। आईपीएल पर क्रिकेट बुक्की के समाचार के बाद यह बड़ी कार्यवाही की गयी थी। मिली जानकारी के अनुसार एसपी को एक सूचना प्राप्त हुई थी कि क्रिकेट बुक्की चल रही है। इस जानकारी के आधार पर रीको में पॉवर हाउस के सामने स्थित प्रकाश मान के घर में छापामारी की गयी थी। जहां उदयपुर के हिरण मगरी थाना निवासी मुकेश कुमार, पुत्र चंदूमल सींधी, भीलवाड़ा के सिंधुनगर भीवाड़ा निवासी पंकज सींधी पुत्र कन्हैयालाल, बापू नगर थाना प्रताप नगर, भीलवाडा निवासी अशोक सिंधी पुत्र दुर्गादास व प्रमोद भारद्वाज पुत्र सुरेश भारद्वाज, उदयपुर के हिरण मगरी थाना सेक्टर नं. 4 निवासी अरविंद सिंह राठौड़ पुत्र भैरू सिंह, हिमान्शु चौधरी पुत्र पुष्करराज सिंह निवासी हाथीपोल थाना घंटाघर उदयपुर तथा राजेन्द्र सिंह पुत्र रघुनाथ सिंह जाति राजपूत निवासी चित्रकूट नगर भूहाना थाना सुखेर उदयपुर सट्टा करते हुए पाए गए। हिमांशु चौधरी उदयपुर यूथ कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बताया गया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लाखों रुपए के हिसाब के रजिस्टर, 17 मोबाइल, एलईडी, दो लैपटॉप, वाईफाई डोंगल्स, पावर बोर्ड, चार्जर, दो कैल्कुलेटर सहित अन्य सामान जप्त कर लिया।
लुधियाना में सीनियर व्यापारी की हत्या, इलाके में सनसनी
लुधियाना (मोहित कोछड़)। पंजाब के महानगर में सोमवार रात को एक वरिष्ठ व्यापारी पर तेजधार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी गयी और उसके कब्जे से नकदी को भी लूट लिया गया। सनसनीखेज वारदात सीसी कैमरे में कैप्चर हो गयी। हमलावर एक एक्टिवा पर भागते हुए नजर आये हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुट गयी है। विभिन्न स्रोत से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनजीत सिंह कोचर नामक व्यापारी जो मनी एक्सचेंज तथा जूतों के शोरूम का संचालन करता है, रात को करीबन 9 बजे घर लौट रहे थे। रास्ते में सब्जी लेते वक्त उन पर दो लोगों ने हमला कर दिया। हमलावर नकाबपोश थे। हमलावरों के पास पिस्टल होने के कारण कोई बचाव के लिए हिम्मत नहीं जुटा पाया। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर फरार हो गये और उसके उपरांत एम्बुलैंस व पुलिस दल को सूचना दी गयी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मनजीत सिंह कोचर के बारे में पूरी जानकारी जुटायी जा रही है। उन पर हमला रंजिशन भी हो सकता है और लूट की वारदात जांच को भटकाने के लिए की गयी हो। आरोपितों की तलाश में नाकाबंदी और संदिग्ध इलाकों में छापेमारी की जा रही है।
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सरकारी आदेशों पर भी निजी स्कूल खुले, शिक्षा अधिकारी ने कूटरचित रिपोर्ट एसडीएम को भेजी
पत्रकार वीडियो बना रहे थे और सीबीईओ अनीता गुबर को स्कूल बंद नजर आया
रायसिंहनगर (सुखदीपसिंह)। रायसिंहनगर इलाके में भ्रष्टाचार किस तरह से अधिकारियों के सिर पर चढ़कर बोल रहा है, इसका प्रमाण मंगलवार को मिला। राज्य सरकार के आदेशों को दरकिनार करते हुए अंग्रेजी माध्यम विद्यालय को खोला गया। कक्षाओं का संचालन हुआ और जब पत्रकारों ने उपखण्ड अधिकारी को इसकी सूचना दी तो सीबीइओ को मौके पर भेजा गया। सीबीईओ के पहुंचने के उपरांत स्कूली वैन बच्चों को उनके घर छोडऩे के लिए रवाना हो गयीं। सीबीइओ ने दोपहर बाद एसडीएम को रिपोर्ट भेजी कि स्कूल बंद थे, जबकि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे थे कि किस तरह से स्कूल से बसें बच्चों को उनके घर वापिस छोडऩे के लिए जा रही थीं।
राज्य सरकार ने ज्योतिबा फूले की जयंती के उपलक्ष्य में 11 अप्रेल को अवकाश की घोषणा की थी। इन आदेशों की पालना करवाना प्रशासन का कार्य था। पदमपुर मार्ग पर स्थित 12 पीएस गांव में विवेकानंद मैमोरियल पब्लिक स्कूल में मंगलवार को भी स्कूल को खोला गया। कक्षाओं का संचालन हुआ। बच्चों को बसों के माध्यम से लाया गया। पूरी प्रक्रिया को उसी तरह से अपनाया गया, जिस तरह से राजकीय कार्य दिवस के दिन अपनायी जाती है।
कुछ अभिभावकों ने रायसिंहनगर मीडिया को इसकी जानकारी दी तो मीडियाकर्मी मौके पर पहुंच गये और वीडियो बनाने लगे। वहीं एसडीएम को भी इसकी सूचना दी गयी। उपखण्ड अधिकारी एवं प्रशिक्षु आईएएस प्रतीक जुइकर ने मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अनिता गुंबर को जांच के आदेश दिये। गुंबर जांच करने के लिए पहुंचती, उससे पूर्व ही उनके कार्यालय से यह खबर स्कूल तक पहुंच गयी। बच्चों को बसों में बैठाकर उनके घरों के लिए रवाना किया जाने लगा। यह घटनाक्रम भी कैद हो गया।
भ्रष्टाचार का खेल यहीं समाप्त नहीं हुआ बल्कि अनिता गुंबर ने जांच के उपरांत उपखण्ड अधिकारी को रिपोर्ट दी कि स्कूल बंद थे, कुछ बच्चों को अवकाश की जानकारी नहीं थी, इस कारण वे विद्यालय में आये थे। उनको वापिस भेज दिया गया। एसडीएम ने इस रिपोर्ट को अभी तक स्वीकार नहीं किया है। संभवत: वे नये सिरे से जांच करवा सकते हैं किंतु सीबीइओ किस तरह से कुछ स्कूलों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी दस्तावेजों की कूटरचना कर सकती है, यह प्रमाण सामने आ गया।
सिख विरोधी दंगों के लिए टाइटलर की आवाज का लिया गया नमूना
नई दिल्ली (संगीता वर्मा)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के पुल बंगश इलाके में 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में मंगलवार को कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर की आवाज का नमूना लिया। इन दंगों के दौरान भीड़ ने कथित तौर पर 3 लोगों को मार डाला था। अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी ने राजनेता मंजीत सिंह जीके को भी तलब किया है। मंजीत सिंह जी.के. ने कथित ‘स्टिंग टेप’ जारी किये थे जिनमें टाइटलर बताए गए एक व्यक्ति ने सिखों की हत्या करने का दावा किया था। अधिकारियों ने बताया कि अब तक तीन क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने वाली एजेंसी ने मामले में ‘नए सबूतÓ मिलने के बाद यह कदम उठाया है। दंगों की जांच करने वाले नानावती आयोग की रिपोर्ट में टाइटलर का नाम था। अधिकारियों ने बताया कि टाइटलर केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला पहुंचे, जहां विशेषज्ञों ने उनकी आवाज का नमूना लिया। मामला एक नवंबर 1984 को गुरुद्वारा पुल बंगश इलाके में दंगों के दौरान तीन लोगों की हत्या से जुड़ा है। वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या किए जाने के बाद देश में सिख समुदाय पर कथित तौर पर हिंसक हमले किए गए थे। पीड़ितों ने मामले में सीबीआई की अंतिम रिपोर्ट को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की थी। अदालत ने दिसंबर, 2015 में सीबीआई को मामले की और जांच करने का निर्देश देते हुए कहा था कि वह हर दो महीने में जांच की निगरानी करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर एक पहलू की जांच की जाए। सीबीआई ने मामले में तीन क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की जिन्हें विशेष अदालत ने खारिज कर दिया। एजेंसी ने बादल सिंह, ठाकुर सिंह और गुरुचरण सिंह की गुरुद्वारे के पास की गई हत्या के मामले की फिर से जांच शुरू की। सीबीआई अब विशेष अदालत के समक्ष नियमित रूप से स्थिति रिपोर्ट दाखिल कर रही है।