प्रोपर्टी में मंदा नहीं आयेगा, दीपावली तक स्थिर रहेगा
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर को बसाने का श्रेय महाराजा गंगासिंह को जाता है तो उसको विस्तार रूप देने की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर को दी जाती है। वहीं आधुनिक रूप देने में तीन नये चेहरे भी शामिल हो गये हैं। उनके योगदान को इतिहास में भुलाया नहीं जा सकेगा।
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर को बसाने का श्रेय महाराजा गंगासिंह को जाता है तो उसको विस्तार रूप देने की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर को दी जाती है। वहीं आधुनिक रूप देने में तीन नये चेहरे भी शामिल हो गये हैं। उनके योगदान को इतिहास में भुलाया नहीं जा सकेगा।
हिन्दी शब्दकोष में एक शब्द सम्मिलित है, दृरदृष्टा। इसका अर्थ होता है कि आने वाले समय का अनुमान लगाने वाला। 1930 के दशक में श्रीगंगानगर की स्थापना का कार्य हुआ था और 1947 में इसने वृहद रूप लेना आरंभ किया था। 80 के दशक में श्रीगंगानगर आधुनिक रूप अख्तियार करने लगा। पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर ने एक विधायक और नगर विकास न्यास का अध्यक्ष रहते हुए अनेक कॉलोनियों की स्थापना की। जवाहरनगर, अशोक नगर, सुखाडिय़ा नगर आदि आवासीय क्षेत्र विकसित किये गये। यह आवासीय क्षेत्र विकसित होते गये तो यहां लोगों ने आवास बनाने भी आरंभ कर दिये। यह इलाका घनी आबादी क्षेत्र बन गया।
अगर 2020 के दशक को याद किया जायेगा तो इसका एक कारण यह भी है कि श्रीगंगानगर अपनी स्थापना के 100 साल की आयु पूरी करने की ओर बढ़ रहा है। वहीं इसको विश्वस्तरीय शहरों की तरह आधुनिक रूप देने का कार्य किया जा रहा है। भले ही यह कार्य निजीस्तर पर हो रहा है और इसमें निजी लाभ-हानि भी सम्मिलित हैं किंतु इतने बड़े प्रोजेक्ट के लिए निवेश करना भी आसान कार्य नहीं होता। जहां लाभ दिखाई देता है तो दूसरी ओर उसका पहलू हानि भी हो सकता है। यह उस समय और महत्वपूर्ण हो जाते हैं जब यह धारणा लोगों में मजबूत किये जाने की कोशिश की जाती है कि मंदा आने वाला है, मंदा आ गया है।
श्रीगंगाानगर जिले में पहला मेडिकल कॉलेज स्थापित करने वाले डॉ. मोहित टांटिया ने श्रीगंगानगर को एक विस्तृत शहर का रूप देने का महत्वपूर्ण प्रयास किया है। सैकड़ों करोड़ रुपये का निवेश एक सीमावर्ती जिले में किया गया। उस जिले में जहां निवेश करने से सरकार भी कतराती रही है। सरकार ने यहां विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए कभी विचार तक नहीं किया। सरकार को यह लाभकारी सौदा नहीं लग रहा था। डॉ. मोहित टांटिया ने यह कर दिखाया। पहले श्रीगंगानगर को विश्वविद्यालय दिया। निजी स्तर पर इंजीनियरिंग, होम्योपैथी, आयुर्वेदिक तथा अनेक पैरा मेडिकल कॉलेज दिये। सरकार ने इस तरह की पहल नहीं की।
लगभग अढ़ाई लाख की आबादी वाले शहर और दूर-दराज तक आवागमन की रेल, हवाई सुविधा नहीं होने के बावजूद उन्होंने जिले में बड़ा कदम उठाने से पहले लाभ-हानि के बारे में विचार तक नहीं किया। जिले का छोर रावला तक है किंतु वहां तक पूर्व में सडक़ मार्ग भी ऐसा था कि सुबह गया व्यक्ति शाम को लौट आये तो ईश्वर का शुक्रिया अदा किया जाता था कि वह शाम को घर आ गया। सडक़ों पर बड़े-बड़े गड्ढे वाहनों की एलाइनमेंट और व्यक्ति की भोजन शक्ति को प्रभावित कर देते थे।
डॉ. टांटिया यहीं नहीं रूके और निजी स्तर पर मेडिकल कॉलेज भी स्थापित कर दिया। प्रथम वर्ष आरंभ हो गया है। कुछ माह बाद ही दूसरा सैशन भी आरंभ होने वाला है क्योंकि नीट का एक्जाम हो चुके हैं। इस तरह से मेडिकल छात्रों की संख्या सीधे दोगुणी हो जायेगी। उनको रहने के लिए आवास, भोजन आदि की भी व्यवस्था चाहिये होगी। यह व्यवस्था नयी कॉलोनियां, नये रेस्त्रां आदि से ही संभव हो पायेगा। इसी तरह से सरकारी मेडिकल कॉलेज में भी प्रथम सैशन आरंभ हो सकता है जैसा कि सरकारी कोशिशें हो रही हैं। इस तरह से शहर का विस्तार का धरातल और मजबूत हो जायेगा।
प्रोपर्टी व्यवसायी नीरज अग्रवाल ने दावा किया कि जिस तरह से उच्च शिक्षा का श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय हब बन गया है। उस कारण अनुमान लगाया जा सकता है कि जितने विस्तार में श्रीगंगानगर ने 50 साल लिये हैं, उतना ही विस्तार अगले पांच साल में होने की संभावना है। शहर का हृदय स्थल पहले गोल बाजार कहलाता था तो अब यह जिम्मेदारी निभाने की बारी हनुमानगढ़-सूरतगढ़ क्षेत्र की हो गयी है। दो मेडिकल कॉलेज स्थापित होने से यहां आधुनिक कोचिंग संस्थान का विस्तार भी होगा और यह शहर के विस्तार का रूप होगा।
उन्होंने कहा कि शहर के आसपास के 10 किमी एरिया में कृषि भूमियों का सौदा हो चुका है या होने वाला है।
वहीं रियल इस्टेट के जानकार दिनेश खेमका और राजेन्द्र सिंह का भी यही मानना है। उनका मानना है कि अगर नयी कॉलोनियां बसी हैं तो लोगों को यह नहीं भूलना चाहिये कि बाहरी लोग भी श्रीगंगानगर में आ रहे हैं। श्री खेमका ने यह भी कहा कि जिले के तहसील क्षेत्रों से भी लोग आ रहे हैं। वे अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए श्रीगंगानगर में ही निवास खरीद रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या सैकड़ों में हैं जो पिछले कुछ समय के दौरान श्रीगंगानगर आये हैं। सादुलशहर के एक धानमंडी व्यापारी ने भी बताया कि उन्होंने हाल ही में हनुमानगढ़ रोड पर भूखण्ड खरीद किया था। वहां निर्माण भी कर लिया है।
प्रोपर्टी बाजार में निवेश करने वाले शैलेश अरोड़ा भी उनसे इत्तेफाक रखते हैं। उनका कहना है कि प्रोपर्टी में मंदा नहीं आयेगा। दीपावली तक ठहराव आ सकता है। इसका कारण यह जिंस बाजार में कुछ बड़े व्यापारियों को नुकसान हुआ है। वहीं नयी फसल दीपावली के आसपास आ जायेगी तो उस समय प्रोपर्टी बाजार में फिर से तेजी आयेगी।
इस तरह से रियल इस्टेट के जानकारों का मानना है कि मांग बनी हुई है और नयी कॉलोनी बस रही हैं तो नये निवेशक भी सामने आ रहे हैं। अगले कुछ दिनों में श्रीनाथ इन्कलेव वाले रविशंकर गुप्ता की श्रीनाथ इन्कलेव सीरिज में कुछ और नयी योजनाएं आने वाली हैं। श्रीनाथ कुंज भी इसमें शामिल है। अगस्त के प्रथम सप्ताह में श्रीनाथ इन्कलेव में बनी मार्केट का भव्य शुभारंभ हो रहा है। वहीं रिद्धि-सिद्धि इन्कलेव के मुकेश शाह के भी अनेक प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इस तरह से आधुनिक शहर का एक सपना पूरा होने वाला है। रिद्धि-सिद्धि मार्केट को एंथेस शहर की मार्केट की तरह बसाये जाने की घोषणा मुकेश शाह कर चुके हैं।
रिद्धि-सिद्धि विष्णु इन्कलेव-5 को रेरा की मंजूरी, चक 2 ई छोटी में बसाई जा रही आधुनिक कॉलोनी
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में आधुनिक कॉलोनी बसाने के लिए विख्यात हो चुके मुकेश शाह की एक और योजना बाजार में आ गयी है। रिद्धि-सिद्धि-5 को रेरा की मंजूरी मिल गयी है। यह योजना चक 2 ई छोटी में बसायी जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार रिद्धि-सिद्धि गु्रप के वर्तमान समय में अनेक प्रोजेक्ट चल रहे हैं। रिद्धि-सिद्धि-3, 4, रिद्धि-सिद्धि विहार सीरिज भी चल रही है। विहार सिरिज में 1, 2 योजना को अमली जामा पहनाया जा चुका है। वहीं सूरतगढ़ रोड पर रिद्धि-सिद्धि क्लॉथ मार्केट को लेकर भी लोगों में उत्सुकता है।
जो नयी जानकारी मिली है उसके अनुसार रेरा ने रिद्धि-सिद्धि विष्णु -5 को मंंजूरी प्रदान कर दी है। यह योजना एसएसबी रोड पर हकीकत बन चुकी है। मुकेश शाह ने चक 2 ई छोटी में 90105.79 मीटर में इस योजना को लाँच किया है। मुरब्बा नंबर 45 के किला नंबर 1/3, 2/2, 3/1, 8/2, 13/1, 18/2, 9, 10, 11, 12, 19, 20, 21/1, 22/2, 23/1 तथा मुरब्बा नंबर 46 के किला नंबर 1/2, 2/1, 3/2, 4/1, 5/2, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21/1, 22/2, 23/1, 24/2, 25/1 में इस कॉलोनी को बसाया जा रहा है।
इससे पहले रेरा ने रिद्धि-सिद्धि विहार 3ए सीरिज को रेरा से मंजूरी मिली थी। श्रीगंगानगर के रियल इस्टेट के जानकारी सुनील गर्ग का मानना है कि रिद्धि-सिद्धि का नया प्रोजेक्ट बाजार में आने से मार्केट में काफी हलचल होगी। जो यह अनुमान लगा रहे हैं कि प्रोपर्टी में मंदी का दौर आयेगा, तो उनको अपने विचार को पुनर्विचार के लिए अपने मन के पास भेजना चाहिये।
हर-हर महादेव के जयघोष से गुंजायमान हुआ श्रीगंगानगर
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में मंगलवार को श्रावणी शिवरात्रि पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। प्रात:काल से ही मंदिरों में भक्तों की लम्बी लाइनें लगनी आरंभ हो गयीं। हर-हर महादेव के जयघोष क्षेत्र में पूरे दिन सुनाई देते रहे।
शिवरात्रि पर्व पर मंदिरों में विशेष पूजा का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था। कोडा चौक के पास स्थित प्राचीन शिवालय में महंत कैलाशनाथ जी के सान्निध्य में भक्तों ने भगवान भोले की पूजा की। शिवालय पर दुग्धाभिषेक करने वालों की कतारें प्रात:काल से ही देखीं जा रही थी जो देर शाम तक जारी थीं। इसी तरह से अंध विद्यालय सहित अन्य स्थानों पर स्थापित शिवालयों में भगवान शिव की पूजा हजारों लोगों ने की। प्राचीन शिवालय के नजदीक अनेक लोगों ने लंगर आदि की भी व्यवस्था की। लोगों की खीर का प्रसाद खिलाया गया।
‘राकेश नारंग ने गैंगस्टर रखे हैं, वह मुझे मारने की धमकी दे रहा है’
हनुमानगढ़ के पूर्व सट्टाकिंग के पुत्र ने जंक्शन पुलिस को दी रिपोर्ट
हनुमानगढ़ (टीएसएन)। हनुमानगढ़ जंक्शन पुलिस थाना में स्वर्गीय सट्टाकिंग बालकिशन ‘छुरा’ के पुत्र आतिश गर्ग ने श्रीगंगानगर के सट्टा किंग राकेश नारंग के खिलाफ जान से मारने और ब्लैकमेल करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आतिश गर्ग पुत्र बालकिशन गर्ग ने बताया है कि उसके पिता का 2018 में देहांत हो गया था। इसके बाद से ही श्रीगंगानगर निवासी राकेश नारंग उसको धमका रहा है कि तेरे पिता ने मुझसे पैसे लिये थे। वह वापिस कर। उसने बताया कि वह काफी बड़ी रकम अपने राकेश नारंग को दे चुका है। उसका आरोप है कि उसकी सम्पत्ति के कागजों पर भी नारंग ने साइन करवाये हुए हैं। वह अब पैसों की मांग को लेकर उसको जान से मारने की धमकी दे रहा है।
आतिश गर्ग का आरोप है कि राकेश ने अनेक गैंगस्टर को रखा हुआ है। उसने लक्की नामक एक व्यक्ति का भी जिक्र करते हुए कहा है कि वह उसको फोन पर धमका रहा है। पुलिस ने बताया कि इस रिपोर्ट के आधार पर 420, 384, 120बी, 506 आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतिश गर्ग के पिता बालकिशन भी पूर्व में सट्टा चलाया करता था। उसको छुरा के नाम से भी जाना जाता था और चिमन अग्रवाल के साथ उसकी पार्टनशिप थी। वहीं श्रीगंगानगर में राकेश नारंग का भी सट्टा करता है। अब आतिश गर्ग का आरोप है कि उसको जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। पुलिस के अनुसार आतिश का आरोप है कि राकेश नारंग के पास कई गैंगस्टर हैं जो उसका पीछा भी करते हैं।
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पति के विवाहोत्तर संबंधों से परेशान विवाहिता ने की आत्महत्या
हनुमानगढ़ (टीएसएन)। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक विवाहिता ने अपनी मासूम पुत्री के साथ पानी की डिग्गी में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसका सुसाइड नोट भी मिला है। वह पति के विवाहोत्तर संबंधों से परेशान थी।
गोगामेड़ी थाना पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोनू निमीवाल नामक महिला ने पानी की डिग्गी में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट मिला है। दो पृष्ठ के सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया है कि उसके पति संदीप का किसी अन्य महिला के साथ संबंध थे। वह उसको मारता-पिटता था। इससे दुखी होकर वह आत्महत्या कर रही है। पुलिस ने मृतका के पति संदीप, उसकी सास और ससुर के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीनों को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार मृतका की शादी 3 वर्ष पूर्व हुई थी। मामले की जांच एसडीएम स्तर पर की जा रही है।
जवाहरनगर पुलिस एल एण्ड टी पर मेहरबान, घटिया निर्माण की रिपोर्ट पर दर्ज नहीं किया मुकदमा
अधिवक्ता श्रीकृष्ण कुक्कड़ ने दी थी रिपोर्ट
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में 550 करोड़ की लागत से सीवरेज और पेयजल पाइप लाइन डालने का कार्य करने वाली कंपनी ने किस तरह का घटिया कार्य किया है, इसकी जानकारी लोगों ने पिछले दिनों आई बरसात से स्वयं हो गयी। घटिया निर्माण कार्य के कारण लोगों के घरो ंमें पानी घुस गया। अनेक मकानों को भारी क्षति हुई। इसका सर्वे का कार्य किया जा रहा है। वहीं जनहित के मुद्दों को अदालत तक ले जाने के लिए चर्चित चेहरे श्रीकृष्ण कुक्कड़ ने जवाहरनगर थाना पुलिस को एक रिपोर्ट दी थी, जिस पर मुकदमा दर्ज करने का आग्रह किया गया था। इस रिपोर्ट को पुलिस ने संभालकर रख लिया है। इसको परिवाद के रूप में भी दर्ज नहीं किया गया।
वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीकृष्ण कुक्कड़ ने बताया कि पिछले दिनों हुई बरसात के उपरांत पूरे शहर में पानी भर गया था। उन क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ, जहां पेयजल और सीवरेज पाइप लाइन को डाला गया था। निर्माण एजेंसी आरयूआईडीपी के अधिकारियों ने संबंधित ठेकेदार कंपनी एल एण्ड टी को नाजायज फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से निगरानी के कार्य में लापरवाही बरती। इससे शहर में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। हजारों लोगों को नुकसान पहुंचा। श्री कृक्कड़ के अनुसार इस मामले को लेकर उन्होंने जवाहरनगर थाना पुलिस को 17 जुलाई को लिखित रिपोर्ट दी थी। एसआई बलवंत कुमार को यह रिपोर्ट दी गयी थी किंतु इस पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
वहीं जवाहरनगर थानाधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि परिवाद का निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण करने के पश्चात आगामी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि एल एण्ड टी कंपनी श्रीगंगानगर में 555 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज और पेयजल पाइप लाइन डालने का कार्य कर रही है। पेयजल पाइप लाइन डालने का कार्य तो दो वर्ष पूर्व ही हो जाना चाहिये था किंतु यह कार्य अभी तक लम्बित है और शहर के एक बड़े हिस्से में अभी इस कार्य को पूर्ण नहीं किया गया है।
बारिश में जल भराव के कारण उन क्षेत्रों में सडक़ों को भी भारी नुकसान हुआ जहां पाइप लाइन डाली गयी थी। सडक़ों में भारी गड्ढे बन गये। इनका कार्य अभी तक नहीं किया जा सका है। वाहनों को भारी परेशानी हो रही है। दूसरी ओर मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ता रमजान अली चोपदार ने भी अपने समर्थकों के साथा एल एण्ड टी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।