Rajasthan Live News : पेयजल को लेकर श्रीगंगानगर में हा-हाकार, पंजाब ने पानी छोड़ा-राजस्थान ने बंद करवाया
श्रीगंगानगर (टीएसएन)। मार्च माह में आरंभ हुई गंगनहर में बंदी के कारण श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर पेयजल को लेकर हा-हाकार मचा हुआ है। पंजाब ने हालांकि सोमवार सुबह करीबन पांच सौ क्यूसेक पानी आरंभ कर दिया था, लेकिन राजस्थान के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने पानी के प्रवाह को बंद करवा दिया।
श्रीगंगानगर (टीएसएन)। मार्च माह में आरंभ हुई गंगनहर में बंदी के कारण श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर पेयजल को लेकर हा-हाकार मचा हुआ है। पंजाब ने हालांकि सोमवार सुबह करीबन पांच सौ क्यूसेक पानी आरंभ कर दिया था, लेकिन राजस्थान के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने पानी के प्रवाह को बंद करवा दिया। इसका बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि नहरों से रेता निकालने का ठेका दिया गया है और यह कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है। वहीं पेयजल सप्लाई पर टिप्पणी के लिए कोई अधिकारी उपलब्ध नहीं हुआ है।
श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर पेयजल सप्लाई के लिए दो एजेंसियां कार्यरत हैं। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग तथा आरयूआईडीपी (एलएनटी के माध्यम से) शहर में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को संभाले हुए हैं। एलएनटी ने सरकार से नयी पाइपलाइन डालने के उपरांत अनेक क्षेत्रों को पेयजल विभाग के सुपुर्द कर दिया था। पेयजल विभाग ने उनको रख-रखाव एवं पानी आपूर्ति के लिए वापिस एलएनटी को सौंप दिया। वहीं शहर का अधिकांश हिस्सा अभी भी जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के पास है।
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब से गंगनहर में पानी की आपूर्ति होती है। नहर में बंदी 26 मार्च से लिया जाना प्रस्तावित था किंतु इस बंदी को 22 मार्च से ही आरंभ कर दिया गया। पानी की आपूर्ति के लिए जिला कलक्टर लगातार बैठकें लेकर अधिकारियों को जल भंडारण के आदेश दे रहे थे किंतु इसके उपरांत भी पानी की सप्लाई गड़बड़ा गयी।
पंजाब ने अपने क्षेत्र में कार्य पूर्ण कर लिया है और वह पानी सप्लाई के लिए बार-बार राजस्थान को पत्र लिख रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि सोमवार को लगभग 500 क्यूसेक पानी भी आरंभ कर दिया गया। पंजाब ने पानी छोड़ा तो श्रीगंगानगर में हलचल आरंभ हो गयी और अधिकारियों ने पंजाब से पानी को बंद करवाने का आग्रह कर दिया है।
जबकि श्रीगंगानगर के अनेक इलाके ऐसे हें, जहां पर नियमित पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। पहले विभाग के अधिकारियों ने एक दिन के अंतराल पर पानी देने का बयान दिया था किंतु अनेक क्षेत्र ऐसे हैं, जहां चार-पांच दिन तक पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। इस दौरान समस्या यह भी है कि जो पानी एक दिन के अंतराल पर भी दिया जा रहा है वह भी कुएं का पानी है। इस पानी का अभियांत्रिकी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण भी नहीं बनाया जा रहा है और डिग्गियों में सीधा छोड़ा जा रहा है।
इससे लोगों के स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव हो रहा है। श्रीगंगानगर में अनेक क्षेत्र ऐसा है जहां जमीन का पानी पीने योग्य नहीं है। इस कारण नहरों के पानी को प्राथमिकता दी जाती है। अब बिना शुद्धिकरण के पानी सप्लाई करना अभियांत्रिकी विभाग की भी मजबूरी बन गयी है हालांकि पीएचईडी विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया किंतु वे टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुए।
राज्य सरकार ने 100 से ज्यादा आरपीएस को बदला
जयपुर। राज्य सरकार ने सोमवार को आदेश जारी कर राज्य पुलिस सेवा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सेवा के 100 से ज्यादा अधिकारियों के तबादले कर दिये। अनूपगढ़ के डीवाईएसपी जयदेव सिहाग अब पदोन्नत हो गये हैं। वहीं अनिल मीणा को धोलपुर में नियुक्त किया गया है। सुरेन्द्रसिंह राठौड़ को एसओजी में विशेष सैल में पोस्टिंग दी गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने 124 आरपीएस के तबादले एवं पदस्थापन किये हैं। सुरेन्द्रसिंह राठौड़ जो करणपुर में डीवाईएसपी के पद पर रहे थे और पदोन्नत होने के उपरांत पहले एसीबी में नियुक्त किये गये थे अब उनको एसओजी में विशेष सैल में नियुक्त किया गया है। इसी तरह से अनिल मीणा को भरतपुर से धोलपुर में स्थानांतरित किया गया है। अनूपगढ़ के डीवाईएसपी जयदेव सिहाग भी पदोन्नत हो गये हैं। माना जा रहा है कि इसी सप्ताह उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों की सूची आ सकती है और श्रीगंगानगर जिले के अधिकांश अधिकारियों का तबादला किया जा सकता है क्योंकि आगामी दिनों में चुनाव आयोग उन अधिकारियों की सूची मांगने वाला है जो दो वर्ष के लगभग जिले में नियुक्त रहे हैं।
फोटो दिव्या मित्तल
आरपीएस दिव्या मित्तल को मिली जमानत
जयपुर। एसओजी ने बिना मुकदमे में एक आरपीएस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले को अदालत ने गंभीरता से लिया है और अधिकारी को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिये हैं। मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान पुलिस की राज्य पुलिस सेवा की महिला अधिकारी दिव्या मित्तल को सोमवार को अदालत से जमानत हासिल हो गयी। भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी के उपरांत सुश्री मित्तल को जमानत मिली ही थी कि वे जेल से बाहर आईं और उसी दौरान एसओजी ने उनको गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उनके अधिवक्ता ने अदालत को बताया है कि एसओजी ने कोई परिवाद नहीं दिया और न ही सरकार से अनुमति ली गयी। अदालत ने सुश्री मित्तल को जमानत पर रिहा करने के आदेश दे दिये हैं। मित्तल के एडवोकेट भगवान सिंह चौहान ने बताया- दिव्या मित्तल गिरफ्तारी में जांच अधिकारी एएसपी कमल तंवर की ओर से एनडीपीएस एक्ट 59(3)की पालना नहीं की गई। एडवोकेट चौहान ने बताया- मित्तल को गिरफ्तार करने के बाद 4 अप्रैल को एनडीपीएस कोर्ट में पेश किया गया था। पहले दिन जज की ओर से जांच अधिकारी तंवर को मौखिक फटकार लगाई गई थी। जज ने कहा था कि सारे अपराध जमानती हैं। 59(3) की पालना अभी तक नहीं की गई है, न तो लिखित परिवाद पेश हुआ है। न ही स्टेट गवर्नमेंट की पूर्व अनुमति ली गई। सोमवार को हुई सुनवाई में भी जज ने टिप्पणी करते हुए कहा- आज तक कोई लिखित शिकायत (परिवाद) एसओजी की ओर से नहीं पेश नहीं की गई। न ही राज्य सरकार से पूर्व अनुमति पेश की गई है। एडवोकेट भगवान सिंह चौहान ने बताया- 59(1) जमानती अपराध है। 59(2) में दिव्या मित्तल से कुछ बरामदगी नहीं हुई है। इसलिए यह धारा लागू नहीं होती है। 59(3) में आरोपी (दिव्या) के खिलाफ प्राइवेट लिखित शिकायत देनी होती है। जो कोर्ट में पेश नहीं की गई।
गर्भवती की गोली मारकर हत्या, डीजे को लेकर हुआ था विवाद
नई दिल्ली (संगीता वर्मा)। देश की राजधानी में महिला अपराध को लेकर पूरे विश्व में चिंता है किंतु इसके उपरांत भी हर दिन बड़ी घटना सामने आती है। ताजा मामला सिरसपुर इलाके में सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार 3 अप्रैल को यहां रहने वाले हरीश के घर पार्टी थी। उसके घर डीजे बज रहा था। पड़ोस में रहने वाली 8 महीने की प्रेग्नेंट रंजू ने इस पर आपत्ति जताई। इस पर दोनों में कहासुनी हुई और हरीश ने गुस्से में रंजू पर गोली चला दी। दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि गर्दन में गोली लगने की वजह से महिला बयान देने की हालत में नहीं थी। उसकी भाभी घटना के वक्त मौके पर मौजूद थी, जिसके बयान के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। महिला बिहार की रहने वाली है। दिल्ली में उसका पति मजदूरी करता है। वे किराए के मकान में रहते हैं। उसकी सोमवार को मौत होने पर मामले को हत्या में तब्दील कर दिया गया है।
फोटो डीजीपी उमेश मिश्रा
गोल्डी बराड़ और अनमोल के खिलाफ जारी होगा रेड कॉर्नर नोटिस : डीजीपी राजस्थान
जयपुर (चेतन ठेठार)। राज्य में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पिछले दिनों चलाये गये अभियान के उपरांत अपराध में गिरावट को दर्ज किया गया है। यह दावा करते हुए पत्रकार वार्ता में पुलिस महानिदेशक ने बताया कि विदेश में बैडकर गैंग चलाने वाले अनमोल बिश्रोई और गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जायेगा। सोमवार को बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में डीजीपी ने कहा कि व्यापारियों से फिरौती मांगने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया है। इस तरह के गैंग पुलिस के निशाने पर हैं। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों का जिक्र करते हुए कहा गया कि इंटर स्टेट बॉर्डर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया गया, जिससे अब बेहतर स्थिति है। उन्होंने कहा कि रंगदारी की मांग करने वाले गैंग के खिलाफ अभियान जारी है और इसके नतीजे जल्दी ही मिलेंगे। गोल्डी बराड़ और अनमोल बिश्रोई (लारेंस का भाई) जो विदेश में छिपे हुए हैं, उनको गिरफ्तार करने के लिए प्रयास चल रहे हैं। रेड कॉर्नर नोटिस जारी की प्रक्रिया जारी है।
डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया, राजस्थान में एरिया डोमिनेशन व रेड एण्ड सर्च अभियान शुरू किया गया। अभियान से पहले सभी जिलों और रेंजो में गहराई से होमवर्क किया गया। रेंज आईजी ने खुद कन्ट्रोल रूम में और एसपी की ओर से फील्ड में रहकर अभियान को सफल बनाने के लिए समन्वित रूप से काम किया। पुलिस की 5137 टीमों ने अपराधियों के करीब 13 हजार 600 ठिकानों पर दबिश देकर 20 हजार 542 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। अपराधियों का गुणगान करने वालों, फॉलो करने वालों और सपोर्ट देने वालों के विरूद्ध भी सख्त कार्रवाई की गई। डीजीपी मिश्रा ने बताया- पुलिस पर हमला करने वालों एवं पुलिस हिरासत से भागने का प्रयास करने वालों पर पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है। साल 2023 में 21 अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में गोली लगी। 25 अपराधी फरारी के प्रयास में घायल हुए।
वहीं अतिरिक्त महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन ने बताया कि पुलिस अपराधियों की सम्पत्ति को भी जब्त करने की कार्यवाही पर योजना बना रही है। अब तक 11 हजार 512 हिस्ट्रीशीटर में से 2 हजार 471 की सम्पत्ति का रिकॉर्ड संधारण किया गया है। 35 क्रिमिनलर्स की संपत्ति पर कार्रवाई के लिए आईटी विभाग और स्थानीय निकायों को कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है। करीब एक महीने के एग्रेसिव पुलिसिंग की ओर से कार्रवाई कर 13 हजार वांछितों की गिरफ्तारी की गई। करीब 400 वांछित अपराधी प्रतिदिन अरेस्ट किए गए है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को भी जिले भर में एक साथ अभियान चलाया गया था और सैकड़ों पुलिस कार्मिकों ने प्रात: चार बजे ऑपरेशन को आरंभ करते हुए उसको दोपहर तक पूर्ण किया था। 200 से ज्यादा अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
सरकारी खरीद नहीं होने किसानों ने उपज मंडी समिति के कार्यालय के आगे लगायी ढेरी
हनुमानगढ़ (टीएसएन)। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में सोमवार को भी समर्थन मूल्य पर सरसों फसल की खरीद आरंभ नहीं हो पायी। एक अप्रेल से सरकारी खरीद किये जाने का दावा किया जा रहा था। हासिलशुदा जानकारी के अनुसार सरसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं होने से नाराज किसानों ने सोमवार को जंक्शन की नई धानमंडी स्थित कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय परिसर में ट्रैक्टर-ट्रॉली लाकर सरसों की ढेरी लगा दी और धरना शुरू कर दिया। किसान प्रतिनिधियों ने बिना शर्त सरसों सहित अन्य कृषि जिंसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं करने पर कलेक्ट्रेट के सामने फसल की ढेरी लगाने और मंडियां बंद करने की चेतावनी दी। किसान नेता रामेश्वर वर्मा ने बताया कि 1 अप्रैल से सरसों की समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद शुरू की जानी थी, जबकि मंडी में 15 मार्च से पहले ही सरसों की आवक शुरू हो गई थी। सरकारी खरीद आरंभ नहीं करने पर आंदोलन को तेज करने का एलान किया गया।
ट्रक की चपेट में आने से दो की मौत
नोहर। हनुमानगढ़ जिले में एक ट्रक की चपेट में आने से दो व्यक्तियों की मौत हो गयी। ट्रक चालक को हालांकि गिरफ्तार कर लिया गया है किंतु मामले की गंभीरता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार फेफाना थाना क्षेत्र में नोहर मोड़ पर एक ट्रक दुकान में घुस गया। यह घटना प्रात:काल करीबन 5 बजे हुई। पुलिस का कहना है कि ट्रक चालक को मौके पर ही दबोच लिया गया। ट्रक की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गयी, जिनकी पहचान दिलबाग खां पुत्र मिंटू खां निवासी रामसरा तथा पवन सहारण (26) पुत्र लेखराम निवासी ख्यालीवाला ढाबा जिला फाजिल्का के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार दोनों लोग चाय पी रहे थे, इस दौरान ट्रक ने टक्कर मार दी। ट्रक चालक ने पुलिस को बताया है कि उसको झपकी आ गयी थी। ट्रक को क्रेन की मदद से दुकान से बाहर निकाला गया।