डॉ. एसएस टांटिया मेडिकल कॉलेज के संचालक प्रशिक्षु डॉक्टर्स से मांग रहे 3.80 लाख की फीस

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जिला कलक्टर ने शिकायती पत्र आरएमसी को भेजा
श्रीगंगानगर। एमबीबीएस के पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने के उपरांत भौतिक प्रशिक्षण के लिए आने वाले चिकित्सकों से डॉ. एसएस टांटिया मेडिकल कॉलेज के संचालकन 3.380 लाख रुपये प्रत्येक प्रशिक्षु चिकित्सक से मांग रहे हैं और उनको कोई रसीद भी नहीं दी जा रही है।
जिला कलक्टर सौरभ स्वामी ने बताया कि प्रशिक्षु चिकित्सकों का एक दल उनको मिला था और एक ज्ञापन दिया था, जिसको राजस्थान मेडिकल कौंसिल को भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को प्रशिक्षु चिकित्सकों के 77 सदस्यीय दल ने जिला कलक्टरी पर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिया था। ज्ञापन में आरोप लगाया गया था कि डॉ. एसएस टांटिया अस्पताल में प्रशिक्षण के लिए उनको भेजा गया है। सरकारी नियमों के अनुसार उनको प्रशिक्षण काल के लिए भत्ता दिया जाना चाहिये, जो करीबन 19 हजार रुपये प्रतिमाह होता है।
प्रशिक्षु चिकित्सकों का आरोप है कि उनसे मेडिकल कॉलेज के संचालक ही 3 लाख 80 हजार रुपये प्रत्येक डॉक्टर से प्रशिक्षण काल की अवधि के लिए मांग रहे हैं। यह भारत सरकार के नियमों में कहीं नहीं है। वहीं उनका यह भी आरोप है कि उनको 3.80 लाख रुपये के बदले में कोई रसीद भी नहीं दी जा रही है। जिला कलक्टर की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार यह मामला अब आरएमसी अर्थात राजस्थान मेडिकल कौंसिल के पास पहुंच गया है। इस तरह से आगामी कार्यवाही अब वहीं से ही की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि डॉ. एसएस टांटिया मेडिकल कॉलेज का निर्माण होने के उपरांत सरकारी संस्थाओं पर नियंत्रण के लिए प्रयास काफी समय से हो रहे हैं। कुछ समय भारत सरकार के सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ अधिवक्ता को भी टांटिया परिवार ने दिल्ली से श्रीगंगानगर में अपने कैम्पस में बुलाया था। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सुप्रीम कोर्ट में भी सरकारी स्तर पर प्रभावी कार्यवाही संस्थान के विरुद्ध नहीं हो सके, इसके लिए भी प्रयास लगातार चल रहे हैं।

डॉ. पवन सैनी के निजी आवास पर आरजीएचएस मंजूरशुदा मेडिकल की दुकान
श्रीगंगानगर (टीएसएन)। राजकीय जिला चिकित्सालय के पूर्व पीएमओ और 10 सालों से एक ही स्थान पर कार्यरत डॉ. पवन सैनी के निजी आवास पर आरजीएचएस मंजूरशुदा मेडिकल की दुकान चलने का खुलासा हुआ है। वहीं इस दुकान पर एक्सपायर हो चुकी दवा की बिक्री की शिकायत भी हुई जिस पर औषधि विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने कोई कार्यवाही नहीं की।
विभिन्न स्रोत से हासिलशुदा जानकारी के अनुसार 76 एफ ब्लॉक में डॉ. पवन सैनी का निजी आवास है। इस निजी आवास को ही उन्होंने प्राइवेट अस्पताल का रूप दे दिया है। राज्य सरकार को एक लिखित शिकायत की गयी थी कि जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉ. सैनी अपने निजी आवास पर चैकअप के लिए कहता है और उनको आश्वासन देता है कि वहां पर बेहतर चिकित्सा मिल सकेगी।
डॉ. सैनी ने अपने आवास के बाहर एक दुकान को स्थापित किया हुआ है। इस दुकान को मेडिकल दवा की बिक्री के लिए संचालित किया जा रहा है। आरोग्यम मेडिकल स्टोर का संचालन किया जाता है। इस भवन का भू रुपांतरण नहीं करवाया गया है। बिना भू रुपांतरण के ही अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही भवन के साथ ही स्टार लैबोरेट्री के नाम से लैब का भी संचालन हो रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत किये जाने के उपरांत भी इस पर कार्यवाही नहीं हो रही है।
उल्लेखनीय है कि डॉ. पवन सैनी पूर्व में पीएमओ भी रहे हैं और अब भी वे जिला चिकित्सालय में एमडी फिजिशियन के पद पर कार्यरत हैं। पिछले 10 सालों से वे जिले में ही पदस्थापित हैं। इनकी मेडिकल दुकान को आरजीएचएस से भी मंजूर करवायी गयी है। इस तरह से सरकारी पेंशनर अगर यहां पर डॉक्टर से चैकअप करवाते हैं तो उन्हें दवा देने के लिए पैसे खर्च नहीं देने होंगे। उन्हें सरकारी खर्च पर ही सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के निजी मेडिकल स्टोर पर दवाइयां भी नि:शुल्क मिलेंगी। इस तरह से अस्पताल में आने वाले मरीजों को घर पर चैकअप के लिए सलाह भी दी जाती है।

खत्री सभा को जेबी संस्था बनाना चाहते हैं विनोद सेठी


श्रीगंगानगर। खत्रीवंश के एतिहासिक इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने में अब नाकाम रही राजस्थान खत्री सेवा समिति पर कब्जे की लड़ाई आरंभ हो गयी है। मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त होने के उपरांत भी नये चुनाव नहीं करवाये जा रहे हैं और विनोद सेठी जो वर्तमान में अध्यक्ष पद का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, वे अभी भी नये चुनाव के लिए तैयार नहीं हैं।
दीपक चड्ढा ने बताया कि वे वर्तमान कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। फरवरी माह में ही मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त होने के उपरांत उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया किंतु इसके उपरांत भी आगामी कार्यकारिणी के चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा नहीं की जा रही है। उल्लेखनीय है कि समाज के अन्य मौजिज लोगों ने भी आरोप लगाया है कि विनोद सेठी राजस्थान खत्री सेवा समिति को अपनी जेबी संस्था बनाना चाहते हैं और समाज में जनजागरुकता अथवा श्रीगंगानगर में समाज की पहचान स्थापित करने के लिए प्रयास नहीं किये गये हैं। वे कभी खत्री समाज की कार्यकारिणी के पदाधिकारी बन जाते हैं तो कभी अरोड़वंश समाज की कार्यकारिणी में शामिल हो जाते हैं। वे दोनों लड्डुओं को अपने हाथों में रखना चाहते हैं। समाज के मौजिज लोगों का यह भी आरोप है कि आगामी विधानसभा चुनावों में वे सामाजिक संस्था को एक राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि अनेक सालों से विनोद सेठी ने संस्था पर कब्जा जमाया हुआ है और वे कार्यकारिणी अथवा संस्था सदस्य बनाते समय भी अपने नजदीकी लोगों को तरजीह देते हैं।

थानाधिकारी पर दो लाख की अवैध वसूली का आरोप
भीलवाड़ा (चेतन ठेठार)। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक थानाधिकारी पर अपने पिता के साथ मिलकर बजरी माफिया से जुड़े लोगों से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। इस मामले में जांच एजेंसी ने थाना और एसएचओ के अलवर स्थित निवास पर जांच का कार्य आरंभ किया है। आरोप के अनुसार जहाजपुर थाना प्रभारी दूलीचंद ने एक ट्रैक्टर संचालक से 5 लाख रुपए की मांग की। जिसकी शिकायत एसीबी में होने के बाद शनिवार को टीमें जहाजपुर पुलिस थाने व थाना प्रभारी के अलवर स्थित घर पर जांच करने के लिए पहुंचे। थाना प्रभारी के सरकार क्वॉटर पर अचानक से एसीबी की कार्रवाई के चलते पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। वहीं एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि थानाधिकारी के पिता दो लाख की अवैध वसूली की राशि को प्राप्त कर रहे हैं।

पंजाब में बिजली संकट को देखते हुए सरकारी कार्यालयों का समय बदलेगा
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जारी किये आदेश
चण्डीगढ़ (मोहित कोछड़)। पंजाब में ग्रीष्मकाल में विद्युत की भारी कमी हो जाती है और बार-बार व लम्बे कट लगाये जाते हैं। यह कटौती अघोषित व घोषित दोनों प्रकार से होती है। विद्युत संकट को देखते हुए पंजाब सरकार ने नया फार्मूला निकाला है। अब सरकारी दफ्तरों का समय बदला जा रहा है। हालांकि सरकार का दावा है कि सरकारी कर्मचारियों के संगठनों की सहमति ले ली गयी है किंतु समय परिवर्तन के कारण आम जनता को भारी परेशानी हो सकती है।
हासिलशुदा जानकारी के अनुसार पंजाब में सरकारी दफ्तरों के समय में बदलाव किया गया है। 2 मई से दफ्तर सुबह 7 बजे खुलेंगे और 2 बजे बंद होगे। ष्टरू भगवंत मान ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। यह आदेश 15 जुलाई 2023 तक प्रभावी रहेंगे। सीएम मान ने बताया कि सरकार ने यह फैसला लागू करने से पहले लोगों से बातचीत की है। लोगों का कहना है कि गर्मी बढऩे से पहले-पहले वह अपने सभी सरकारी काम पूरे कर अपने-अपने कामकाज पर पहुंच जाएंगे। कर्मचारियों ने भी सरकार के फैसले पर सहमति जताई है। कर्मचारियों ने कहा कि दोपहर के समय गर्मी अधिक बढऩे से पहले वह भी अपने घरों पर लौट कर परिजनों के साथ समय बिता सकेंगे। ध्यान देने योग्य तथ्य यह भी है कि सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के समय पर नहीं पहुंचने की शिकायतें पूर्व में भी रहती हैं और अब दोपहर को ही सरकारी दफ्तर बंद हो जाने के उपरांत रोजमर्रा और आवश्यक जरूरतों की सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।

संगरिया में व्यापारी से मांगी 50 लाख की रंगदारी, आरोपित गिरफ्तार
संगरिया (जुगल किशोर)। संगरिया में आढ़त के व्यापारी से रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अधिकारी एसआई लीलाधर ने बताया कि संगरिया निवासी व्यापारी कामेश बंसल (38) पुत्र कलवन्त राय बंसल ने गुरुवार शाम को मामला दर्ज कराया। व्यापारी का आरोप था कि उसकी कृषि उपज मंडी समिति के सामने चिंतपूर्णी इंटरप्राइजेज के नाम से आढ़त की दुकान है। 28 मार्च सुबह 10.04 और 10.05 पर व्हाट्सऐप नंबर से दो लगातार कॉल आए। कॉल करने वालों ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। व्यापारी ने बताया कि उसने कॉल को फ्रॉड समझकर नम्बर ब्लेक लिस्ट में डाल दिया। इससे बाद दो बदमाश काले रंग की बिना नम्बरी बाइक पर 5 अप्रैल को दोपहर करीब 3.37 बजे नकाब पहनकर उसकी दुकान में दाखिल हुए। एक बदमाश ने अपना रिवॉल्वर निकाल उसे लोड किया। व्यापारी कामेश बंसल को धमकी दी कि उसने मोबाइल व्हाट्सऐप नंबर को ब्लेक लिस्ट क्यों किया। दोनों बदमाशों ने व्यापारी को धमकाते हुए 50 लाख की फिरौती की मांग की। जांच अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ के बाद और सनसनीखेज मामले उजागर हो सकते हैं।

श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व निकली कलश यात्रा
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर श्री मद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा में प्रवचन के लिए देश की प्रमुख कथावाचक गुरु मां चैतन्य श्रीगंगानगर पहुंच गयी हैं। शनिवार को कलश यात्रा का आयोजन किया गया। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को शहर के मुख्य मार्गों पर कलश यात्रा निकाली गयी। कलश यात्रा के चितलांगिया भवन पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यहां महिलाएं गुरु मां चैतन्य मीरा के साथ जमकर नाची। चितलांगिया भवन में चौदह अप्रैल तक हर दिन दोपहर ढाई बजे से कथा होगी। गुरु मां ने कहा कि श्रीमद्भावगत यह सिखाती है कि व्यक्ति जीवन को कैसे जिए। कथा के समापन अवसर पर चौदह अप्रैल को चितलांगिया भवन में महाप्रसाद का आयोजन किया गया है।

नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान, कॉन्टेक्ट किलर से अभी भी दूरी
श्रीगंगानगर (टीएसएन)। बीकानेर रेंज में शनिवार को पुलिस ने एक साथ अभियान आरंभ किया और एक हजार से अधिक स्थानों पर रेड की कार्यवाही को पूर्ण किया। हालांकि दावा किया जा रहा है कि नशे के बड़े तस्करों को काबू किया गया है। वहीं अभी तक उन बदमाशों को पुलिस ने अपनी नजरों से दूर रखा है जो सुपारी लेकर वारदात को अंजाम देते रहे हैं।
बीकानेर रेंज के आईजी ने मीडिया को जानकारी दी कि एडीजी दिनेश एमएन के आदेश पर संभाग के चारों जिलों में एक साथ रेड की कार्यवाही को पूर्ण किया गया। इस कार्यवाही के दौरान भारी मात्रा में नशीले पदार्थ मिले हैं। वहीं श्रीगंगानगर के एसपी पारिस देशमुख ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जिले के घमूड़वाली थाना क्षेत्र में एक क्विंटल डोडा पोस्त बरामद हुआ। इसके अलावा दो किलो 135 ग्राम गांजा, 181 किलो पांच सौ ग्राम डोडा पोस्त, एक लाख नशीली गोलियां, 895 ग्राम अफीम, 59 हजार बिक्री राशि और 41 नशे के तस्कर गिरफ्तार किए गए। आबकारी एक्ट में सत्रह आरोपी गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए। आर्म्स एक्ट में एक मामला दर्ज किया गया। एक हिस्ट्रशीटर, छह स्थाई वारंटी, तीन सामान्य प्रकरणों में वांछित आरोपी और दो जघन्य अपराधों में आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा 35 वाहन, 19 मोबाइल और 62 हजार रुपए बरामद किए गए। पुलिस की 240 टीमों ने शनिवार अल सुबह जिले में अपराधियों के 489 ठिकानों पर दबिश दी थी। मौके पर करीब पौने दो सौ से ज्यादा अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
वहीं सरकारी प्रवक्ता के अनुसार बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू के 1200 से ज्यादा स्थानों पर एक साथ दबिश दी गई। इस दौरान नशा करने वाले युवकों की धरपकड़ की गई। इस दौरान बीकानेर में 50, श्रीगंगानगर 267, हनुमानगढ़ में 91 और चूरू में 69 लोगों को दोपहर तीन बजे तक गिरफ्तार किया जा चुका था। बीकानेर आईजी ओमप्रकाश ने बताया- सुबह चार बजे सभी पुलिसकर्मियों को थाने पर बुलाया गया। सभी को हाथों हाथ क्षेत्र के बदमाशों के नाम लिए गए। नशा बेचने वालों को चिन्हित किया गया। इसके बाद हाथों हाथ युवकों को दबोचने का काम शुरू किया। जिन लोगों के पास भारी मात्रा में नशीली सामग्री मिली है, उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। जबकि इनके पास हथियार मिले हैं, उन पर आर्म्स एक्ट के तहत मामले बनाए गए हैं। इस कार्रवाई में पहली बार डॉग स्क्वायड को भी साथ रखा गया। पुलिस के पहुंचने पर अगर किसी ने नशीली सामग्री को छिपा लिया है तो उसे डॉग स्क्वायड ने पकड़ लिया। आगे भी नशीली सामग्री पकडऩे के लिए डॉग स्क्वायड का सहारा लिया जाएगा।

VIASatish Beri
SOURCESatish Beri
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