‘वृंदावन ग्रीन्सÓ कॉलोनी बनी दिलकश, शहर की सुंदरता को चार-चांद लगेंगे
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर ऐसी कॉलोनी का विकास हो रहा है, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। बाउंड्री वॉल पर लगे लाइट्स के अतिरिक्त चौड़ी सड़कें और उसके बीच में विदेशी शहर की झलक देने वाली स्ट्रीट लाइट्स ऐसे बिंदु हैं जो लोगों को इस दिलकश कॉलोनी की ओर खींच रहे हैं। आने वाले समय में यह कॉलोनी शहर की सुंदरता को चार-चांद लगाने वाली है।
श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर ऐसी कॉलोनी का विकास हो रहा है, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। बाउंड्री वॉल पर लगे लाइट्स के अतिरिक्त चौड़ी सड़कें और उसके बीच में विदेशी शहर की झलक देने वाली स्ट्रीट लाइट्स ऐसे बिंदु हैं जो लोगों को इस दिलकश कॉलोनी की ओर खींच रहे हैं। आने वाले समय में यह कॉलोनी शहर की सुंदरता को चार-चांद लगाने वाली है।
दो साल का वक्त गुजरा होगा जब शहर के एक प्रमुख बिल्डर ने अपनी जमीन को यह कहकर बेच दिया था कि सूरतगढ़ रोड पर कॉलोनियों का विकास नहीं हो सकता। लोगों को यह मार्ग आकर्षित नहीं करता है। उसी भूमि पर दो सालों के भीतर श्रीनाथ इन्कलेव विकसित हुई। न केवल इस कॉलोनी बल्कि कॉलोनी में बनी मार्केट ने भी लोगों को बाइपास से भी दूर अपनी ओर खींचा। सूरतगढ़ मार्ग ने भी मंदी के बाद तेजी का रूख देखा। लोगों को निवेश के लिए उपयुक्त स्थान मिला। इस कॉलोनी को सुंदर और संवारने में रविशंकर गुप्ता और हेमंत सिंगल की प्रमुख भूमिका रही। काफी बड़ा निवेश प्राइवेट सैक्टर से हुआ।
वहीं इस कॉलोनी के निकट ही ‘वृंदावन ग्रीन्सÓ कॉलोनी विकसित हो रही है। इस कॉलोनी के डवल्पर समाजसेवी, भाजपा नेता, बिहाणी शिक्षा न्यास के अध्यक्ष जयदीप बिहाणी हैं। वे श्रीगंगानगर में प्रतिष्ठित परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सेठ गिरधारीलाल बिहाणी, सेठ सुशील कुमार बिहाणी ने श्रीगंगानगर को मंदिर, धर्मशाला आदि के लिए दान दिया। बिहाणी शिक्षण संस्थान ने शिक्षा में बढ़ते व्यापार के दावों को भी झुठला दिया। अनेक लोगों को फीस में छूट मिली और गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षित होकर रोजगार प्राप्त करने के लिए कामयाब हो सके।
उसी परिवार का प्रतिनिधित्व करने वाले जयदीप बिहाणी ने वृंदावन ग्रीन्स में अपना अनुभव डाल दिया है। वे इसको एक इंटरनेशनल कॉलोनी का रूप दे रहे हैं। अभी कॉलोनी के विकास का कार्य चल रहा है। उसी समय यह कॉलोनी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। इसकी सुंदरता बता रही है कि वह आने वाले दिनों में शहर की आन-बान-शान में चार-चांद लगाने वाली है।
जयदीप बिहाणी का नाम है तो इस कॉलोनी में निवेश करने अथवा मकान खरीदने वालों को भी तनिक शक नहीं होता। पिछले 25 सालों से जयदीप बिहाणी सार्वजनिक जीवन में हैं। इस कारण इस कॉलोनी के प्रति जबरदस्त रिस्पांस मिल सकता है क्योंकि जयदीप बिहाणी जैसा विश्वास का नाम उनके साथ है।
पारिस देशमुख : एसपी के रूप में श्रीगंगानगर आखरी जिला, सुबह चार्ज लिया
दोपहर को क्राइम मीटिंग, रात सवा दो बजे पहुंचे श्रीगंगानगर
श्रीगंगानगर (टीएसएन)। आठ जिलों में पुलिस अधीक्षक रहने के उपरांत श्रीगंगानगर में नियुक्त किये गये अनिल पारिस देशमुख ने मंगलवार प्रात: चार्ज संभाला। वे रात करीबन सवा दो बजे जिला मुख्यालय पहुंचे। पुलिस अधिकारियों के साथ रात को ही चर्चा भी हुई। संभवत: एसपी के रूप में यह उनका आखरी जिला है क्योंकि 31 दिसंबर 2023 को वे पदोन्नत होकर डीआईजी बन जायेंगे।
आईआईटी से इंजीनियरिंग होल्डर पारिस देशमुख वर्ष 2010 बैच के आईपीएस हैं। उन्होंने अलवर के भिवाड़ी सर्किल में डीवाईएसपी के रूप में ट्रेनिंग ली थी और इसके उपरांत उन्होंने एसपी के रूप में सफर आरंभ किया। पहला जिला बारां था। वे इसके उपरांत बाड़मेर, नागौर, झुंझुनूं, जयपुर ग्रामीण, अलवर, चुरू में एसपी रहे। इस दौरान वे जयपुर कमीश्ररेट में उपायुक्त तथा उससे पहले एटीएस में भी कार्य कर चुके हैं।
श्रीगंगानगर में उन्होंने दोपहर बाद पत्रकार वार्ता को भी संबोधित किया और पुलिस प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी दी। श्री देशमुख का कहना था कि बॉर्डर क्रॉस क्राइम के साथ-साथ एनडीपीएस ट्रेडिंग भी श्रीगंगानगर में एक बड़ी चुनौति है। पुलिस अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर एनडीपीएस के मामलों में अधिकाधिक और प्रभावी कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया जायेगा।
बीकानेर संभाग ही नहीं अपितु राजस्थान में संगठित अपराधी पुलिस के मुश्किल टास्क है। रंगदारी के लिए फोन और गोलियां चलने की घटनाओं में भारी इजाफा होने के मामले में नवनियुक्त एसपी का कहना था कि अगर किसी भी व्यक्ति के पास धमकी भरा कॉल आता है तो वह सीधे पुलिस को सूचना दे सकता है। प्रभावी कार्यवाही को अमल में लाया जायेगा। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए आवश्यक उपाय किये जायेंगे। वहीं उन्होंने बताया कि करणपुर पुलिस थाना क्षेत्र में गत दिवस जो हेरोइन मिली थी, उसके मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गयी हे। इसके अतिरिक्त ड्रोन के मलबे को जांच के लिए दिल्ली बीएसएफ मुख्यालय भिजवाया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने 31 दिसंबर की रात को आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति का तोहफा दिया था। सरकार के आदेशों के अनुसार अनिल पारिस देशमुख एसएसपी के पद पर पदोन्नत हो गये थे। इस साल वे 31 दिसंबर को उप महानिरीक्षक बन जायेंगे। वर्ष 2010 बैच के आईपीएस देशमुख का जन्म 30 जुलाई 1985 को हुआ था।
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श्रीगंगानगर, भटिण्डा और मोगा सहित अनेक स्थानों पर एनआईए की रेड
रामसिंहपुर इलाके से पंजाब के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 2022 में दर्ज किया था मुकदमा नंबर 38 और 39
अनलॉफुल एक्टिवीटिज और साजिश रचने के आरोप में लारेंस, अनमोल बिश्रोई सहित अनेक पर है मुकदमा
श्रीगंगानगर/मोगा। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मंगलवार को देशभर में अनेक स्थानों पर जांच की। श्रीगंगानगर जिले में कम से कम एक व्यक्ति को हिरासत में लिये जाने की जानकारी सूत्रों ने दी है। पंजाब में अबोहर, मुक्तसर, भटिण्डा, मोगा आदि शहरों में भी छापेमारी की सूचना है। गैंगस्टर और हवाला कारोबार से जुड़े मामलों की जांच की जा रही है।
संवाद सेवा पीटीआई ने एक रिपोर्ट में जानकारी दी है कि संगठित अपराधी गिरोहों, आतंकवादी समूहों और मादक पदार्थ तस्करों के बीच साठगांठ से जुड़े तीन मामलों के सिलसिले में मंगलवार को 76 स्थानों पर तलाशी ली। इनमें राजस्थान का श्रीगंगानगर, नई दिल्ली और पंजाब राज्य के अनेक जिले शामिल हैं। अधिकारी के हवाले से दी गयी रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी के अलावा महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में छापेमारी चल रही है। अधिकारियों के अनुसार एजेंसी को एक अपराधी गिरोह के एक सदस्य से डेढ़ करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान 11 पिस्तौल, रिवॉल्वर और राइफल के साथ गोला-बारूद जब्त किया गया है। इसके अलावा आपत्तिजनक दस्तावेज तथा डिजिटल उपकरण भी जब्त किये गये। एनआईए ने तीन मामले पिछले साल अगस्त में दर्ज किये थे और उसके बाद से एजेंसी के अधिकारियों की छापेमारी का यह पांचवां दौर है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने मंगलवार को कुल 76 स्थानों पर तलाशी ली। ये स्थान पंजाब (अबोहर, भटिंडा, मुक्तसर साहिब, मोगा, लुधियाना, मोहाली, फिरोजपुर, तरण तारण, लुधियाना), हरियाणा (गुरुग्राम, यमुना नगर, रोहतक, महेंद्रगढ़, सिरसा और झज्जर जिलों), उत्तर प्रदेश (बागपत, बरेली, प्रतापगढ़, बुलंदशहर और पीलीभीत जिलों) तथा दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (द्वारका, बाहरी उत्तरी जिला, मध्य तथा बाहरी उत्तरी जिलों) में हैं।
अधिकारियों के अनुसार मंगलवार को मुक्तसर के गिद्देरबाहा निवासी लखवीर सिंह, अबोहर में नरेश, हरियाणा के नारनौल में सुरेंद्र उर्फ चीकू, गुरुग्राम के कौशल चौधरी तथा अमित डागर, उत्तर प्रदेश में बागपत के सुनील राठी और उनके हवाला साथियों, कुछ कबड्डी खिलाडिय़ों, हथियार आपूर्ति करने वालों, शस्त्र दुकानों, फाइनेंसरों आदि के परिसरों पर तलाशी ली गयी। प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के नेटवर्कों को नेस्तानाबूद करने और उनके आर्थिक एवं समर्थन ढांचे को तबाह करने के लिए जांच जारी रहेगी। एनआईए ने तीन मामले दर्ज किये थे जिनमें से दो को दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने जांच के लिए ले लिया था।
एनआईए ने भारत और विदेश में सक्रिय अपराधी गिरोहों द्वारा धन जमा करने, दिल्ली तथा देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों के लिए युवाओं की भर्ती करने और प्रतिष्ठित लोगों की चुन-चुनकर हत्या करने की साजिश के मामले में जांच के लिए पिछले साल दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा से दो मामले अपने हाथ में लिये थे। सरकार ने पाकिस्तान में बसे हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा को कुछ दिन पहले ही कड़े आतंकवाद रोधी कानून के तहत आतंकवादी घोषित किया था। एक मामले में उसका नाम भी है।
श्रीगंगानगर शहर और ग्रामीण अंचल में छापे
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार प्रात: श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर सूरतगढ़ रोड पर स्थित एक गांव में रेड की कार्यवाही को पूर्ण किया। वहां पर एक व्यक्ति से सदर थाना पुलिस की उपस्थिति में पूछताछ की गयी। इसके अतिरिक्त अनूपगढ़ सर्किल में आने वाले रामसिंहपुर थाना क्षेत्र के गांव 62 और 65 जीबी में जांच की। 65 जीबी में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। वह पंजाब से इस गांव में आकर रह रहा था। हालांकि सूत्रों ने अधिक जानकारी देने से इन्कार कर दिया है।
तीन मुकदमे किये गये थे दर्ज
एनआईए ने तीन मामलों को दर्ज किया था। इन तीनों मामलों में गैंगस्टर्स को फंडिंग करने तथा हवाला कारोबार से जुड़े मामलों की गहनता से जांच की जा रही है। हालांकि दो मामलों को दिल्ली की पुलिस विशेष शाखा भी देख रही है। छापेमारी का यह पांचवां दौर है। कुछ समय पूर्व एनआईए ने सादुलशहर में भी एक युवक से पूछताछ की थी। हालांकि उसको पूछताछ के लिए हिरासत में नहीं लिया गया था। एनआईए सीधे गिरफ्तार करने के स्थान पर पहले सुराग जुटाने का कार्य करती है और उसके उपरांत अपराधी तक पूर्ण साक्ष्यों के साथ पहुंचती है। एनआइए की नजर में कुछ पहलवान भी हैं।
लोगों को संगठित होकर करते हैं भयभीत
एनआईए ने वर्ष 2022 में मुकदमा नंबर 38, 39 दर्ज किया था। इसमें धारा 120 बी आईपीसी के साथ 18, 18 बी यूए (पी) एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा नंबर 39 में लारेंस बिश्रोई, काला जेठड़ी, जसदीपसिंह, सचिन थापन, अनमोल बिश्रोई, विक्रम बराड़, सतविन्द्रसिंह, लखबीरसिंह, धर्मजोत काहलो आदि नामजद हैं। वहीं मुकदमा नंबर 38 में गौरव पटियाल, सखदूलसिंह, गुरपिन्द्रसिंह, कौशल उर्फ नरेश, नीरज शेरावत, सुनील मान उर्फ सुनील बल्याण, अमित डागर, भूपेन्द्रसिंह आदि आरोपी बनाये गये हैं। इन पर आरोप लगाया गया है कि यह गैंग बनाकर लोगों को भयभीत करते हैं लोगों के मन में आतंक पैदा करने का प्रयास करते हैं। अनमोल बिश्रोई, सचिन थापन लारेंस बिश्रोई के परिवार के सदस्य हैं। वहीं विक्रम बराड़ तो हनुमानगढ़ का निवासी है।
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आपराधिक घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिये सामुहिक प्रयासों की जरूरत : मिश्रा
मेवात मे 60 हजार मोबाइल सिमे कराई बंद
डॉ. चेतन ठठेरा
जयपुर। पांच राज्यों के उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ मंत्रणा करते हुए राजस्थान पुलिस के महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा है कि संगठित अपराधियों पर नियंत्रण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। सूचनाओं का तत्काल प्रभाव से अदान-प्रदान होने से अपराध की घटनाओं को कम किया जा सकता है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान के संगठित अपराधियों के खिलाफ व्यापक अभियान बनाने की रणनीति पर चर्चा करते हुए श्री मिश्रा ने कहा, संगठित अपराधियों के सम्बंध में क्रिमिनल डेटा व इंटेलिजेंस साझा करने व ऐसे असामाजिक तत्वों को सोशल मीडिया पर फॉलो व समर्थन करने तथा उन्हें किसी भी प्रकार की सहायता देने व्यक्तियों पर नजर और निरोधात्मक कार्यवाही की आवश्यकता है। रंगदारी की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंतन किया गया। जेलों में बन्द अपराधियों द्वारा मोबाइल का उपयोग कर आपराधिक घटनाएं कारित करने को दृष्टिगत रखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण करने व बंद हार्डकोर अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता प्रतिपादित की। महानिदेशक ने साइबर अपराधियों की धरपकड़ करने के लिए भी सूचनाओं के आदान प्रदान करने एवं सामुहिक प्रयास पर बल दिया। उन्होंने बताया कि मेवात क्षेत्र में गत दिनों 60 हजार सिम ब्लॉक की गई है। उन्होंने कहा कि हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध प्रोफेशनल अप्रोच अपनायी जाए। उन्होंने अंतरराज्यीय गैंग्स व अपराधियों के विरुद्ध संयुक्त कार्यवाही करने व एक दूसरे राज्य की पुलिस को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर बल दिया ।
संगठित अपराधों को रोकने के लिए अंतर्राज्यीय योजना पर हो रही है चर्चा में एडीजी एसओजी अशोक राठौड़, पुलिस आयुक्त आनन्द श्रीवास्तव, एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन, हवासिंह घुमरिया व एस सेंगत्थिर, आईजी ओमप्रकाश ने अपने विचार व्यक्त किए। हरियाणा एडीजीपी चारु बाली, पंजाब एडीजीपी अमित प्रकाश, दिल्ली के स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव, गुजरात के मुकेश पटेल ने अपने राज्यों में संगठित अपराधो की रोकथाम के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
नाथद्वारा के मिराज ग्रुप के 20 ठिकानो पर आयकर विभाग के छापे
डॉ. चेतन ठठेरा
जयपुर/नाथद्वारा। राजस्थान में श्रीनाथजी की नगरी से दुनिया भर में प्रसिद्ध और अब दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा के नाम से भी विख्यात श्रीनाथजी निवासी मदन पालीवाल के मिराज गु्रप के 20 ठिकानों पर मंगलवार को मुंबई आयकर विभाग की टीम ने एक साथ छापे मारकर कार्रवाई शुरू की है। इससे पहले भी मिराज ग्रुप पर जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ था और लाखों रुपए की जीएसटी चोरी पकड़ी थी तथा इस मामले में मिराज ग्रुप के डायरेक्टर की गिरफ्तारी भी हुई थी। आयकर विभाग मुंबई की टीम ने आज सवेरे मिराज गु्रप के मुंबई उदयपुर नाथद्वारा अजमेर जयपुर सहित अन्य शहरों में 20 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापे डालकर कार्यवाही शुरू की है। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग की टीम ने मिराज गु्रप के फाउंडर मदन पालीवाल मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सीओ सहित अन्य पदाधिकारियों के घर और कार्यालयों पर तीनों ने कार्रवाई शुरू की और वहां से आय से संबंधित सभी तरह के दस्तावेज एकत्र करने में लगी हुई है। विदित है कि पिछले वर्ष भी मिराज गु्रप पर जीएसटी चोरी के मामले को लेकर एक बड़ी कार्यवाही हुई थी।