
श्रीगंगानगर/हनुमानगढ़ (टीएसएन)। हनुमानगढ़-जयपुर मार्ग पर स्थित पल्लू गांव अब तहसील मुख्यालय बन गया है। राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने शुक्रवार को तहसीलदार कार्यालय का लोकार्पण किया। विधायक अमित चाचाण की कार्यप्रणाली को भी उन्होंने सराहा।
जयपुर से विशेष रूप से हनुमानगढ़ आये राजस्व मंत्री ने पल्लू तहसीलदार कार्यालय का औपचारिक रूप से उद्घाटन कर दिया।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पल्लू को तहसील मुख्यालय बनाने के आदेश जारी किये थे। इस मौके पर बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड अध्यक्ष संदीप चौधरी, केश कला बोर्ड अध्यक्ष महेंद्र गहलोत, जिला कलक्टर, जिला प्रमुख और नोहर विधायक अमित चाचान आदि भी मौजूद रहे। सभा में मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि गहलोत सरकार आमजन को सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हनुमानगढ़ जिले में पल्लू में उप तहसील को तहसील के रूप क्रमोन्नत किया गया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन गांवों के संग अभियान में बहुत अच्छा कार्य हुआ है।
इसके अलावा जिले की राजस्व से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह इस बाबत जिला कलक्टर से जानकारी लेंगे और उनको आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे ताकि जिले की समस्याओं का त्वरित समाधान हो।
रोडवेज के मुख्य प्रबंधक को एपीओ करने की मांग
श्रीगंगानगर/हनुमानगढ़ (टीएसएन)। गुरुवार को हनुमानगढ़ डिपो के एक कार्मिक के रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तारी होने के पश्चात जनवादी नौजवान सभा ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया और डीएम को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा।
जनवादी नौजवान सभा ने शुक्रवार को प्रदर्शन करते हुए रोडवेज के मुख्य प्रबंधक दीपक भोबिया को तुरंत प्रभाव से एपीओ करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने स्मार्ट कार्ड योजना में भी घोटाले के आरोप लगाये और इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। उलेखनीय है कि गुरुवार को रोडवेज के एक कार्मिक को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। उसने एसीबी के समक्ष यह स्वीकार किया था कि उसने यह रिश्वत भोबिया के लिए ली थी।
बाल मजदूरी का मामला आया सामने, वेतन भी नहीं दिया
श्रीगंगानगर/हनुमानगढ़ (टीएसएन)। हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा उपखण्ड मुख्यालय पर एक 10 साल की बालिका से घर की मजदूरी करवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया। बालिका को वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो उसने पिता के साथ घर के बाहर धरना लगा दिया। मामले की जानकारी बाल कल्याण समिति के पास पहुंची तो तुरंत हलचल हुई। हालांकि बालिका और उसके पिता ने पुलिस कार्यवाही करवाने से इन्कार कर दिया।
प्राप्त सूचनाओं के अनुसार पीलीबंगा में मात्र 10 साल की बालिका से घरेलू कार्य करवाया जा रहा था। इसका इल्म सरकारी व गैर सरकारी एजेंसियों को नहीं हुआ था। शुक्रवार को बालिका और उसका पिता घर के नजदीक धरने पर बैठ गये तो उस समय इस बात की जानकारी सार्वजनिक हुई।